भूतेश्वरनाथ महादेव:
हर साल बढ़ता जा रहा है इसका आकार
वर्त्तमान में इसकी ऊंचाई 55 फीट है
विश्व का सबसे ऊँचा शिवलिंग माना जाता है
सावन में लगता है विशाल मेला
स्थान: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के ग्राम मरौदा में स्थित है भूतेश्वरनाथ भगवान का मंदिर
पौराणिक मान्यता:
बताया जाता है की कई वर्षो पहले पारागांव के जमींदार की यहाँ खेती-बड़ी थी | जब वे यहाँ जाते तो उन्हें तब खेत के पास विशेष आकृति नुमा टीले से सांड के हुंकारने व् की आवाज आती थी | उन्होंने यह बात ग्रामीणों को बताया | ग्राम वासियों ने भी शाम को वहां आवाज सुननी थी इसलिए सांड और शेर की तलाश की गई | लेकिन दूर दूर तक कोई जानवर के नहीं मिलने पर इस टीले के प्रति लोगों की श्रद्धा बढ़ने लगी लोग इस टीले को शिवलिंग के रूप में पूजने लगे |
इसलिए पड़ा नाम:
छत्तीसगढ़ी में हुंकारने को भाकुर्रा कहते हैं, इसलिए इसे भूतेश्वेर नाथ या भकुर्रा महादेव भी कहा जाता है |
पारागांव के लोग बताते हैं कि पहले यह टीला छोटे रूप में था, धीरे-धीरे इसकी ऊंचाई व गोलाई बढ़ती गई जो आज भी जारी है | शिवलिंग में प्रकृति प्रदत्त जललहरी भी दिखाई देती है जो धीरे-धीरे जमीन के ऊपर आती जा रही है | यही स्थान आज भूतेश्वर नाथ महादेव के नाम से भी जाना जाता है | छत्तीसगढ़ी में हुंकारने को भाकुर्रा कहते हैं|
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